
25 जुलाई से 30 जुलाई तक का वक्त निमिता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पत्रकारों का ऐसा मानना है कि समय और टाइम दोनों ही कम है इसे कुछ समय दिन बढ़ाया जाए
पुराने जमे पान गुटखा खाने वाले लोग मक्कारी करना सिखाते हैं और पत्रकारों को निमिता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए ना जाए चक्कर कटवाने के बाद ही देना इन पुराने जमेगा कड़े जंग लगे भ्रष्टाचारियों के चक्कर में पत्रकारों का जमकर शोषण हो रहा है जिसके वजह से ईमानदार अधिकारी के कार्य पर प्रकाश का डालते हुए जनसंपर्क में हो रहे अत्याचार भ्रष्टाचारी लोगों के प्रति लोगों की गलत धारणा है गलत बातें जगह-जगह होने से जिला जनसंपर्क कार्यालय की छवि धूमिल हो रही है आखिर क्यों भ्रष्टाचारियों को नियम विरुद्ध यहां पर बिठा कर रखे हैं क्या भोपाल में पान खाने वाले कम लोग हैं जानबूझकर अच्छे कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को गुमराह करने के लिए इन भ्रष्टाचारियों को जमा कर रखे हुए हैं कई ऐसे कर्मचारियों जिनका कोई रोल कॉल नहीं है यहां पर फिर भी बैठे हैं कुछ तबीयत खराब लेकर बैठा है तो कोई मिले कोई और भी अच्छी बेहतर जगह इनकी जगह सुरक्षित आरक्षित होना चाहिए जो हमारे बड़े बुजुर्ग सीनियर लोग हैं शायद मानसिक शारीरिक बेचारी जिम को किसी भी प्रकार का कष्ट होता है उनकी सरकार को बहुत अच्छे तरीके से मदद करना चाहिए ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े और जनता के बीच में ना रखते हुए उन्हें से पर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जाना चाहिए यह भी हम पत्रकार लोग मांग करते हैं जो कार्य में हाथ बट आ सके उनकी यहां पर आवश्यकता है यहां पर जो कार्य से दूर रहें उनको डाल कर रखे हैं जो समय का दुरुपयोग कर रहे हैं समय पर समय की कीमत नहीं समझ रहे हैं मात्र साल के 365 दिनों में से 10 दिन का कार्य भी ठीक से नहीं करते हैं 4:00 बजे ही कार्य करने वाले की छुट्टी कराने के लिए मक्कार पुराने जमे लोग अधिकारियों को बोलते हैं कि सर उनके हाथ-पैर नाक कान सब दर्द हो रहे हम को जाने दो 4 या 6 घंटे कार्य करने के बाद कोई ना कोई छपरा छोड़ देते हैं जो अच्छे कार्य करने वाले लोग होते हैं उसे भी कार्य नहीं करने दिया जा रहा है ऐसी सूचनाएं प्राप्त हो रही है जिसके वजह से हमारा समाज का चौथा स्तंभ के लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है
स्टाफ की शायद कमी नहीं है यदि ईमानदारी लगन सिलता के साथ राष्ट्रहित में समाज के चौथे स्तंभ के लिए सहयोग प्रदान करें तो आधा स्टाफ करने के बाद भी बहुत अच्छे तरीके से निमिता का प्रमाण पत्र 5 दिन में ही संपूर्ण राजधानी के पत्रकारों के लिए उचित हो सकता है मगर विचारधारा का फर्क होने के कारण ठीक से कार्य करने वाले व्यक्ति को कार्य नहीं करने दिया जा रहा है क्योंकि पिछले कई सालों से जमे लोग यह नहीं चाहते हैं कि पत्रकारों का काम समय पर हो और हम पुराने लोगों को यहां से कहीं और भेजा जाए इसीलिए यह लोग यहां पर जमे हैं जिसके कारण से पत्रकारों का बहुत बड़े और बुरे तरीके से शोषण हो रहा है पुराने कर्मचारी अधिकारियों की मक्कारी उदासीनता पक्षपात के वजह से संविधान के नियम कानून की कहीं भी चल रही है तो वह है भोपाल जिला जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थ लंबे समय से कर्मचारियों के माध्यम से शोषण पत्रकारों का और हमारे ऊर्जावान इमानदार लगन से कार्य करने वाले सरकारी कर्मचारी जनसंपर्क का भी शोषण हो रहा है
मैं अधिकारी कर्मचारियों की पुराने कर्मचारी लोग चलने नहीं देते हैं उनको अपने उंगली पर अपने इशारे के माध्यम से वाह जेब में रख लेते हैं नए कर्मचारी अधिकारी को जिसके वजह से पत्रकारों का शोषण हो रहा है और तानाशाही ज में जकड़े पुराने कर्मचारी लोग अन्याय अत्याचार भ्रष्टाचारी गलत कार्य में लीन है आलम राज का एक बड़ा भारी विषय है सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों से सार्वजनिक जांच की मांग करता है पत्रकार महासंघ कि पुराने जमे लोगों की अविलंब जाते हो यह इनकी वजह क्या है यहां पर जमाए रखने की नियम की धज्जियां क्यों उड़ाई जा रही है सरकारी दफ्तर घर की बपौती बन चुके हैं कुछ अधिकारियों की अंग्रेज चले गए हैं औलाद छोड़ गए हैं ऐसा क्या कहा गया था वह भोपाल जिला जनसंपर्क कार्यालय में देखने सुनने को मिल रहा है पत्रकारों को निजात का बहुत बड़ा भारी विषय है भारत सरकार की और राज्य सरकार की जांच एजेंसी हो रहे अत्याचार भ्रष्टाचार नियम की धज्जियां उड़ाने वाले के प्रति जांच चाहता है मध्य प्रदेश पत्रकार महासंघ
इसे किसी को आरोप लगाने की आवश्यकता नहीं है कि कौन आ रहा है कौन जा रहा है किस टाइम पर यहां पर जितनी मनमानी अत्याचारी हो रही है वह मात्र साल के 2 दिनों में वास करते हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी के नियमितता प्रमाण पत्र बनवाने वाले पत्रकार इस पर गौर करते हैं कि सरकारी दफ्तरों में अंधा पीसे कुत्ता खाए का हिसाब किताब हर जगह नहीं कुछ दफ्तरों में खुलकर दिखाई देता है काम करने वाले व्यक्ति को काम नहीं करने देना उसके साथ अन्याय अपराध अत्याचार दोगलापन भाईचारा दिखावा करते हुए मक्कार बनाने में सहयोग प्रदान करते हैं ऐसा सुनने में आया है कि भोपाल 27 जुलाई को कंप्यूटर ऑपरेटर को 4:00 बजे ही छुट्टी कर दी कि आपको काम नहीं करना है आपके हाथों में दर्द होने लगा है इस प्रकार की उदासीनता का माहौल कर्मचारी लोग दे रहे हैं साल के 15 अगस्त और 26 जनवरी राष्ट्रीय पर्व पर लोग लेटा कर भी 4:00 बजे उनकी छुट्टी करने की सिफारिश करते हैं कर्मचारी लोग जो मक्कार होते हैं मक्कारी करना चाहते हैं भोपाल छोड़कर कहीं भी रहना उचित नहीं करते हैं कानून को अपने जेब में रखकर चलाने वाले कर्मचारी लोगों को जिला जनसंपर्क में बिठा कर रखा है जिसके लिए जिम्मेदार संबंधित अधिकारी के अलावा और कोई नहीं है 90% सरकारी कर्मचारियों का शोषण देखा जा सकता है कहीं तो भ्रष्टाचारी करने के लिए उन्हें नियम कानून बनाकर ढाल दिया जाता है ताकि विधिवत तरीके से भोपाल में ही भ्रष्टाचारी अत्याचारी अन्याय कार्यालयों में करते रहें और इनका स्थानांतरण कहीं नहीं किया जा सकता है पता नहीं कौन सा सुप्रीम कोर्ट का नियम कानून चलाते हैं जो नियम विरुद्ध है कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं जिला जनसंपर्क कार्यालय के इक्का-दुक्का शासकीय कर्मचारियों पर अत्याचार अन्याय करने के लिए क्या यह खत्म नहीं हो सकता कर्मचारियों के साथ कब तक अन्याय अत्याचार करते रहेंगे उसका खामियाजा संबंधित पत्रकार जैसे भी भोग रहे हैं कई पत्रकार साथी बीमार होते हैं लकवा पीड़ित है हैंडीकैप्ड हैं बीमार हैं जो आ नहीं सकते हैं उनकी महिलाएं चक्कर लगा रही है 25 जुलाई को उन्होंने निमिता प्रमाण पत्र बनाने के लिए दिए थे 27 तारीख को लेने आए तो उन्हें वापस भिजवाने में ज्यादा जोर देते हैं कार्य करने में इंटरेस्ट बहुत कम 90% ताला मटोली और हाथ पर हाथ रखकर कंप्यूटर खेल लेंगे मगर कार्य नहीं करेंगे मोबाइल खेलने पर सबसे ज्यादा जोर गुटखा खाने में सबसे ज्यादा जोर वाले लोगों को जिला जनसंपर्क में बिठा के रखा है इनकी जांच करने वाला कोई नहीं है ना कोई कर सकता है क्योंकि सब भ्रष्ट लोगों ने ही इनको बिठा के रखा है इसलिए भ्रष्टाचारियों की जांच करने वाला भोपाल मैं अत्याचारी भ्रष्टाचारियों को पनाह देने वाले लोगों के प्रति कोई उचित जांच नहीं कर सकता है यही लोग संस्था को बदनाम तो करते ही हैं मगर नोट कमा कर देते हैं भ्रष्टाचारी कर राष्ट्रहित में कार्यवाही करने की गुजारिश विनम्रता पूर्वक ईमानदार अधिकारियों की टीम बनाकर सुप्रीम कोर्ट अपने संज्ञान में लेकर आवे लमजा छोरा स्थित में जय हिंद जय भारत वंदे मातरम भारत माता की जय
आने वाले महीनों में सुरेश गुप्ता जी का ट्रांसफर होने के बाद में और भी बुरी दशा हो जाएगी कार्यालय की ईमानदार अधिकारियों के जाने के बाद पत्रकारों के साथ कर्मचारियों के साथ अन्याय फिर बढ़ जाएगा 90% ईमानदारी से कार्य चल रहे हैं सुरेश गुप्ता जी के रिटायरमेंट के बाद भगवान मालिक होगा जनसंपर्क का बड़ा भारी गंभीर चिंता का विषय है पक्षपात मुंह देख कर कार्यवाही करने वाले लोग यहां पर जमे रहेंगे और सीधे साधे पत्रकारों के नाम पर काफी बड़े पैमाने पर गोलमाल होता है ऐसी जानकारी मिली है यह चार्ज का बड़ा भारी विषय है जाते तो कौन करे जो भी आता है जियो और जीने दो की राह पर चलाते हैं यहां के कार्य को इससे सुरेश गुप्ता जी काफी दूरी बना कर रहे हैं जब तक जहां जैसे विवादों में रहे वहां पर अत्याचार भ्रष्टाचारी पर काफी हद तक लगाम लगाने में कामयाब नजर आए हैं गुप्ता जी अग्रिम शुभकामना सुरेश गुप्ता जी को रिटायरमेंट की ढेर सारी शुभकामनाएं बधाई यह भी सुनने में आ रहा है कि उनका टाइम बढ़ा दिया जाएगा 1 साल के लिए चुनाव बाद तक कार्य करते रहेंगे ऐसी जानकारी लोगों के जुबान पर चल रही है कितना सही है गलत है यह देखना है
जिला जनसंपर्क कार्यालय से निमिता का प्रमाण पत्र लेने के लिए कम से कम 5 दिन और 2 से 3 चक्कर लगाने के बाद ही देने की रणनीति होने के कारण जिला जनसंपर्क कार्यालय में रोजाना तू तू मैं मैं होती है पत्रकारों की और अधिकारियों की छवि खराब की पोल खुलते रहती है यह गंभीर विषय है इसको ऑनलाइन करने में कौन रुकावटें डाल रहा है इसका पता करना भी बहुत जरूरी है कि पत्रकार को जानबूझकर परेशान करने की नियत से कार्यालयों के चक्कर कटवा ना कुछ मानकर सरकार की बदनामी करने में तुले हुए हैं कुछ कर्मचारी लोग जो पुराने हैं पहले से जिला जनसंपर्क कार्यालय में जाने हैं वही लोग सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी के साथ में कार्य को ठीक से चलने नहीं दिया करते हैं
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पत्रकार विनोद सूर्यवंशी अध्यक्ष एमपी प्रेस क्लब भोपाल मध्यप्रदेश मोबाइल फोन नंबर है 98935 23454