
प्रशासनिक अनदेखी के चलतेअनभिज्ञ डाक्टर
बेखौफ कर रहे मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़—— जनपद बांदा में सीनियर डाक्टरों के नाम पर भर्ती कर इलाज कराने का दावा करअवैध वसूली में मशगूल डाक्टर एवं सिस्टमबाज दलाल! सीनियर डॉक्टरों के नाम को सरेआम बदनाम कर रहे जूनियर डॉक्टर एवं दलाल!शासन की बेहतरीन स्वास्थ्य ब्यवस्था का माखौल उड़ाते अनभिज्ञ डाक्टर!
आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट–
बांदा– अवैध कमाई भ्रष्टाचार का एक ऐसा कारनामा जिसकी संलिप्तता में धरती का भगवान कहा जाने वाला इंसान भी अपना फर्ज निभाना तक भूल जाता है अब मामला चाहे ट्रामा सेंटर का हो या फिर रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज का दोनों जगह पर दलालों का जमावड़ा है और उनके इस कार्य में सहायक बनते हैं कुछ जूनियर डॉक्टर जो इनका भरपूर सहयोग करते हैं।
अभी आवास विकास की घटना मे एक डॉक्टर द्वारा किए गए गलत आपरेशन करने की वजह से एक व्यक्ति की जान तक चली गई थी जिसका मामला कई दिनों तक अखबारों एवं सोशलमीडिया की सुर्खियों में रहा जिसकी यादें अभी लोगों के मानस पटल से हटी भी नहीँ थी कि एक और मामला रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज से सामने आ रहा है जंहा एक जूनियर डॉक्टर जिसका नाम डाक्टर मनोज कुमार माहोर बताया जा रहा है आपरेशन के लिए अपने सीनियर डॉक्टर के नाम पर मरीज से 25000/ रूपये वसूलता है और पूर्ण अनुभव ना होते हुए भी सीनियर डॉक्टर को बिना बताए मरीज के आपरेशन को स्वयं अंजाम दे देता है जिसके कारण मरीज का आपरेशन असफल रहता है और मरीज जिंदगी मौत से संघर्ष करने लगता है।
जिंदगी मौत से संघर्ष कर रहे मरीज जागेश्वर रैक्वार के पुत्र सुरेश रैकवार निवासी शंकर बाजार पुकारी ने बताया कि उनके पिता को पेशाब करने मे परेशानी थी जिन्हें हमलोग राजकीय रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा लेकर गये जंहा पर एक व्यक्ति मिला और उसने कहा कि आप महाराणा प्रताप (घोड़ा) चौराहे के पास डॉक्टर मनोज को दिखा दीजिये तो हमनें कहा कि नहीं हमें तो डॉक्टर श्री सोमेश त्रिपाठी जी को ही दिखाना है तभी उसने कहा कि आप डाक्टर मनोज को दिखाइए वह खुद डॉक्टर सोमेश त्रिपाठी के पास उन्हें ले जाएगें हम पीड़ित थे तथा हमारे सामने हमारे पिताजी की तकलीफ सामने थी हमें लग रहा था कि वो शीघ्र स्वस्थ हों जिसपर हम उसके कहने पर घोड़ा चौराहे पर गये और डॉक्टर मनोज कुमार माहोर असिस्टेंट प्रोफेसर सर्जरी विभाग रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा से मिले जंहा पर उन्होंने हमसे 25000/ रूपये आपरेशन करने के लिए लिए और कहा कि आपरेशन डॉक्टर सोमेश त्रिपाठी ही करेगें किंतु बाद में पता चला की डाक्टर सोमेश त्रिपाठी को हमारे मरीज के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है आपरेशन भी डाक्टर मनोज ने ही किया जिससे नतीजा यह निकला की 7 अक्टूबर 2023 से आज तक में इनके इलाज से हमारे मरीज के स्वास्थ्य में कोई सुधार नही है हुआ वल्कि उनकी हालत दिन बा दिन बिगड़ती जा रही है जबकि प्रतिदिन लगभग 2000 से3000₹ तक की दवायें बाहर मेडिकल स्टोर से मंगाई जा रही हैं अब हमारे पास इतना पैसा भी नहीं बचा है की हम इस हालत पर अपने मरीज को अन्यत्र कहीं दिखा सकें जिसके संम्बंध
में सुरेश रैकवार ने कालेज प्रसाशन सहित जिला अधिकारी से ऐसे अनभिज्ञ डाक्टरों एवं दलालों द्वारा सरेआम की जा रही लूट एवं मरीजों की जिंदगी से हो रहे खिलवाड़ के प्रति संज्ञान लेते हुये कठोरतम कार्यवाही करने की मांग की है! अब देखना है की हमारे मुख्यालय जनपद बांदा की कमान संम्भाले कर्तव्यनिष्ठ, तेजतर्रार, तथा न्यायप्रिय जिलाधिकारी महोदया श्रीमती दुर्गाशक्ति नागपाल एवं मेडिकल कालेज प्रशासन ऐसे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में कामयाब हो रहे हैं या फिर इसी तरह गरीब इन भ्रष्टाचारियों के चुंगल में फंसकर अपना तन और धन इन भ्रष्टाचारी निरंकुश यमराज़ों के हाथों सौपते हुये असमय अपने जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष करता दर दर भटकता नजर आता रहेगा!!