
बालू खदानों का संचालन शुरू होते ही सिस्टम बाजों में शुरू हुयी हलचल–
आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट–
बांदा–वरिष्ट पत्रकार एवं जिला खाद्य परामर्शदात्री सलाहकार समित बांदा के पूर्व सदस्य आत्माराम त्रिपाठी ने कहा है कि बांदा जिले में बालू खदानों का संचालन शुरू हो गया है । बालू से जुड़े पालतू तथाकथित दलालों द्वारा अपनी अपनी दुकानों के माध्यम से तथा जिले के कुछ आलाअधिकारियों को अपना बेहद खास एवं रिश्तेदार बताकर वास्तविक पत्रकारों की छवि को धूमिल किया जा रहा है या यूँ कहिए कि करना चाहते हैं यह तो थी
धूमिल हो रही पत्रकारिता की छवि पर उनकी चिंता एवं पीड़ा जबकि हकीकत तो यह है की आज जिस तरह से अबैध खनन माफियाओं ने अपने अबैध खनन ओवरलोडिंग कार्य मे किसी का हस्ताक्षेप ना हो उसके लिए खनिज विभाग के चपरासी से लेकर आला अधिकारियोंं से लेकर पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग के निचले पायदान से लेकर इसकी ऊपरी सीढ़ी तक साधने का काम बखूबी कर रहे हैं वहीँ मीडिया कर्मियों को अपने पक्ष मे करने के लिए भी कुछ तथाकथित पत्रकारों के माध्यम से जनपद के पत्रकारों को भी तगड़ा लालीपाप दिया जा रहा है ताकि जिसके चलते वह अपनी आँखों में अनदेखी वाला चश्मा लगा लें और अपनी कलम को उनके पास गिरवी रख दें तथा सूत्र बताते भी हैं की कुछ लोग ऐसा कर भी रहे हैं तथा अभी कुछ छटपटा भी रहे हैं जबकि हकीकतन देखा जाये तो ऐसा भी नहीं है कि इस गोरखधंधे में माफियाओं द्वारा खनिजविभाग, पुलिस विभाग तथा राजस्व विभाग एवं पत्रकारों की मिलीभगत ना हो तथा इतना ही नहीं वर्तमान में इन सत्ताधारी कुछ राजनेताओं माननीयों की सलिप्तता भी है तभी तो इनके कानो में जूं तक
नहीं रेंगती जबकि ऐसा भी नहीं है कि इसका रिकार्ड माफियाओं के पास नहीं होता यह लोग सारा काला चिट्ठा बकायदा लिखा पढी़ मे रखते हैं की किसको कितना दिया गया है बस नाम की जगह कोडवर्ड शब्दों का स्तेमाल करते हैं जैसे सुबिधा शुल्क धर्मार्थ खाता इन सभी का काम खदान देख रहे मैनेजर एवं हेड मुनीम करते हैं तथा कुछ को तो सीधे अबैध खनन करोबार करने वाले संचालक करते हैं जो बेहद गोपनीय होता है जिसके एवज में इन्हें मिलता है उपरोक्त संस्थाओं का संरक्षण वरदहस्त जो माफियाओं के अलिखित समझौते में शामिल होता है।
आज नतीजा सबके सामने है की चाहे जो कोई जितना चिल्ल पों करे वह इनका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाता तथा इनके द्वारा बनाये इस चक्रव्यूह को कभी भी तोड़ नहीं पाता वल्कि स्वयं अभिमन्यु की तरह इसमें प्रवेश करने पर इनके द्वारा बनाये गये जाल में फंसकर अपना दम तोड़ देता है।