




देहरादून, 3 दिसंबर 2025: विश्व दिव्यांगता दिवस (World Disability Day) अक्सर सेमिनारों और औपचारिकताओं तक सिमट कर रह जाता है, लेकिन आज देहरादून के गांधी पार्क का नज़ारा बिलकुल अलग था। दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी संस्था ‘लतिका’ ने पुरानी परंपराओं को तोड़ते हुए आज का दिन पूरी तरह से बच्चों की खुशी और मस्ती के नाम किया।
इस आयोजन की सबसे बड़ी खासियत इसका ‘वीआईपी-मुक्त’ (No Chief Guest) होना था। बच्चों को किसी नेता या अधिकारी के स्वागत में खड़ा नहीं होना पड़ा। इस कार्यक्रम का एकमात्र उद्देश्य था— “शुद्ध आनंद और समावेशन” (Pure Joy and Inclusion)।
इस रंगारंग कार्यक्रम में ‘लतिका’ की विभिन्न सेवाओं का लाभ ले रहे लगभग 300 बच्चों और उनके परिवारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। संस्था द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए ‘अनोखे खेलों’ (Unique Games) और मजेदार गतिविधियों में बच्चों ने जमकर हिस्सा लिया और बाद में सबने साथ मिलकर भोजन का आनंद लिया।
इस अवसर पर लतिका के क़ानूनी सलाहकार, रिजवान अली ने कहा:
“अक्सर हम अधिकारों की बात करते समय केवल कागजी नियमों की चर्चा करते हैं। लेकिन, सार्वजनिक स्थानों पर सम्मान के साथ खेलना, खुश रहना और समाज का हिस्सा बनना भी दिव्यांग बच्चों का एक मौलिक अधिकार है। आज गांधी पार्क में इन बच्चों की बेहिचक मौजूदगी और हंसी यह साबित करती है कि ‘एक्सेस’ (Access) सिर्फ रैंप बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मतलब है जीवन के हर रंग में शामिल होने की आज़ादी। हम कानूनी सहायता के साथ-साथ उनके खुश रहने के अधिकार के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।”
यह आयोजन देहरादून के नागरिकों के लिए भी एक मिसाल बना कि कैसे हम अपने सार्वजनिक स्थानों को सभी के लिए समावेशी (Inclusive) बना सकते हैं।
‘लतिका’ के बारे में:
‘लतिका’देहरादून स्थित एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्था है। यह विकासात्मक और अन्य दिव्यांगताओं वाले बच्चों और वयस्कों को विशेष शिक्षा, थेरेपी, व्यावसायिक प्रशिक्षण व क़ानूनी सहायता (Legal Aid) प्रदान करती है। संस्था का उद्देश्य एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना है जहां सभी का स्वागत हो और सभी को समान अवसर मिलें।
सूत्र
रिजवान अली leagal adviser (Latika)
