
*दिल्ली प्रेसक्लब पर पत्रकारों की महापंचायत**सरकार को जगाने हेतु चली महापंचायत और कैंडिल मार्च निकालकर दी शहीदों की श्रद्धांजलि**पत्रकारों की सुविधा सुरक्षा पर ध्यान दे सरकार अन्यथा होगा विकराल आंदोलन –
मंजू सुराना**मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित कर समान सुविधा सुरक्षा देने का शासनादेश जारी करे सरकार –
बबलू चक्रवर्ती पुष्पा पांड्या और पवित्र मोहन सावंत के आवाहन पर दिल्ली में उमड़ा क्रांतिकारी पत्रकारों का सैलाब, भारत के बीस राज्यों से पहुचे पत्रकार*-बबलू चक्रवर्ती दिल्ली । देश में पत्रकार और पत्रकारिता की बिगड़ती दशा और पग पग जोखिमों के बाद देश की सरकार द्वारा निरन्तर की जा रही अनदेखी व मनमानी से आहत देश की राजधानी दिल्ली के ऑल इंडिया प्रेस क्लब में आयोजित ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस मैं पहुचे देश के 20 राज्यो से अधिक पत्रकारों ने पत्रकार और पत्रकारिता के सम्मान को बचाने एवं उन्हें सुरक्षा सुबिधा देनें की माँग करते हुये महापंचायत की और कोरोनाकाल में शहीद हुये पत्रकारों को कैंडिल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दी, महापंचायत के दौरान पत्रकारों ने जोश एवं जज्बे का परिचय देते हुये मंच के माध्यम से सरकार से माँग करते हुये कहा कि देश के पत्रकारों की स्थिति अत्यंत दयनीय हैं, पल पल पत्रकार जोखिमों से जूझते हैं, धरातलीय पत्रकारिता करने वाले पत्रकार और उनके परिजन आर्थिक कमजोरी का सामना कर रहे हैं, ऐसे में पत्रकारों के हित में सरकार पत्रकार आयोग का गठन, पत्रकार सम्मान निधि, निशुल्क बेहतर शिक्षा जैसी अन्य जरूरी सुविधा दें । कार्यक्रम में बबलू चक्रवर्ती ने कहा कि आजादी से अब तक देश के पत्रकारों की सरकारों द्वारा अनदेखी की हैं, अखबारों पर तमाम तरह के मापदंड थोप बंदिशें लगा दी हैं, वास्तविक पत्रकारिता को खत्म किया जा रहा, वर्तमान में ही लघु एवं मझौले अखबारों के प्रति सरकार की सोच सकारात्मक नहीं, सरकार शांतप्रिय सोच रखने वाले पत्रकारों को क्रांति के लिये मजबूर कर रही हैं, इसलिये अब शांति नहीं क्रांति ही होनी चाहिए, उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं और मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, अतः मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ घोषित कर अन्य तीन स्तम्भों की भांति समान सुबिधा सुरक्षा प्रदान करने का शासनादेश जारी करे, ताकि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत बनाया जाये । कार्यक्रम का नेतृत्व कर रही मंजू सुरेना ने कहा कि सरकार ने हमारी मांगों को नहीं माना तो विकराल आंदोलन होगा । इस मौके पर सभागार में उपस्थित युवा क्रांतिकारी एवं मंचासीन वरिष्ठ पत्रकारों ने सरकार से पत्रकार सम्मान निधि निशुल्क शिक्षा, भूखंड, पत्रकार आयोग गठन, पत्रकार सुरक्षा कानून लागूं करने की माँग की । कार्यक्रम के मध्य आयोजक मंडल एवं अथितियों द्वारा उपस्थित पत्रकारों का प्रशस्ति पत्र देकर गौरव सम्मान से सम्मानित किया और भोजन ग्रहण करने के बाद कोरोना काल में शहीद हुये पत्रकारों की शहादत में शाम के समय प्रेसक्लब से शास्त्री भवन होते हुये कैंडिल मार्च निकाल कर उन्हें भाववीनी श्रद्धांजलि दी । बतादें कि देश में पत्रकारों के हित में लंबे समय से संघर्षरत एनएमसी की संस्थापक पुष्पा पांड्या एवं राष्ट्रीय महासचिव पवित्र मोहन सावंत के आवाहन पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मेघालय, महाराष्ट्र, राजस्थान, बेस्ट बंगाल सहित 20 राज्यों से पत्रकार प्रतिनिधि के रूप में सहयोगी पत्रकारों के साथ पहुचे । कार्यक्रम का संचालन संगठन के उपाध्यक्ष शिबू खान ने किया ।
सूत्र राष्ट्रीय पत्रकार सहयता समूह : संपादक बबलू चक्रवर्ती मुस्कान टाइम्स